हमारे देश में हिन्दी को मात्रभाषा का दर्जा तो प्राप्त है लेकिन हिन्दी को लोग अक्सर पेशेवर चीजों में यूज करना पसंद नहीं करते। दुनिया तेजी से बदल रही है और हिन्दी अपने ही लोगों के कारण पीछे छूटती जा रही है। मैंने महसूस किया है कि इंटरनेट पर हिन्दी में बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध है और जो जानकारी उपलब्ध है वह भी कुछ बहुत ज्यादा खास नहीं है और सिर्फ पैसे कमाने के उद्देश्य से लिखी गई है। इस ब्लॉग को बनाने का मेरा मकसद सिर्फ पैसा कमाना नहीं है बल्कि मात्रभाषा हिन्दी को समर्थन देना भी है। मैं चाहता हूँ कि इस ब्लॉग के माध्यम से मैं गुणवत्तापूर्ण कंटेन्ट लोगों तक पहुंचा सकूँ। आप भी मेरी इस काम में मदद कर सकते हैं और हमारे ब्लॉग पर लिख सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए मुझे मेल करें- singhnavinrangar@gmail.com
सोचोकुछनया.कॉम का मकसद इंटरनेट पर हिन्दी में बेहतरीन कंटेन्ट उपलब्ध कराना है जिसकी वर्तमान में बेहद कमी है।