अपने स्टार्टअप के लिए मार्केट रिसर्च कैसे करे ? (How To do Market Research For Startups in Hindi)
क्या आपने कभी ये सोचा है कि कैसे एक छोटा सा idea मिलियन डॉलर का startup बन जाता है और कई अच्छे ideas भी फेल हो जाते है।
देखो यार हर एक startup यूनिक तरीके से अपने सपने को chase करते है।
और हमारे देश में ना जाने कितने स्टार्टअप शुरु होते है पर उनमें से 99% फेल हो जाते है। क्योंकि Start-up world में कंपटीशन के बीच survive करना काफी मुश्किल होता है।
अब आप अगर ये सोच रहे हैं कि, नही मेरे पास तो यूनिक आइडिया है, और उसमे कंपटीशन नहीं है, तो भाई आपके startup journey की गाड़ी तभी शुरू होगी जब आप अपने idea को मार्केट में एस्टेब्लिश कर पाएंगे।
क्योंकि अपने Idea पर काम करना और उसे मार्केट में एस्टेब्लिश करना काफी चैलेंजिंग होता है, प्रोडक्ट – मार्केट फिट, कस्टमर फीडबैक, और अपने कंपटीटर से अलग होना, एक स्टार्टअप के लिए important फैक्टर होते है।
कई start-up इस लिए फेल नहीं होते क्योंकि उनके idea यूनिक नही होते बल्कि इस लिए फेल हो जाते है, क्योंकि वो अपने प्रोडक्ट – मार्केट फिट नहीं समझ पाते।
इसके अलावा Market Research, स्केलिंग, फंडिंग, टीम बिल्डिंग और मार्केटिंग भी startup सक्सेस पर बहुत बड़ा इंपैक्ट डालते है।
वही पढ़ें जो आप पढ़ना चाहते हैं..
प्रोडक्ट मार्केट फिट क्या होता है समझाइए? (What is “Product – Market Fit” in Hindi)
यदि आपको खुद का सक्सेसफुल startup बिल्ड करना है तो सबसे पहले अपने product – market fit को समझना होगा, प्रोडक्ट मार्केट फिट का मतलब है, कि क्या लोग आपके प्रोडक्ट या सर्विस को लेना चाहते है या नही, क्या आपका प्रोडक्ट या सर्विस उनके लिए वैल्युएबल और यूजफुल है? क्या ये उनकी जरूरतो और मांगो को पूरा कर रहा है?
अगर आपका प्रॉडक्ट या सर्विस मार्केट डिमांड के साथ फिट नहीं होता तो कस्टमर आपके प्रोडक्ट या फिर सर्विस को नही लेते क्योंकि वो उनके लिए वैल्युएबल नही है या उनकी एक्सपेक्टेशन को पूरा नहीं कर पा रहा और ऐसे सिचुएशन में कई स्टार्टअप फस जाते है और इवेंचुअली फेल हो जाते है।
मार्केट रिसर्च क्यों जरूरी है? मार्केट रिसर्च क्या है? (What is Market Research and it’s Importance)
प्रोडक्ट – मार्केट फिट का मूल मंत्र है “Right Product for the Right Market.” और इसे अचीव करने में Market research बहुत बड़ा रोल प्ले करता है।
Startup बनाने से लेकर उसे ग्रो करने तक यूजुअली कुछ stages होते है जैसे Idea Generation, validation एंड market research, launch, early growth etc.
जिसमे मार्केट रिसर्च एक क्रूशियल प्रोसेस है, इसके थ्रू आप अपने टार्गेट ऑडियंस के प्रिफरेंस, नीड्स और मार्केट में क्या चल रहा है उसे समझ पाते है, इस प्रोसेस के थ्रू कोई भी स्टार्टअप ये मालूम करता है की उसका टारगेट मार्केट कौन सा है, उसमे कौन सी नीड्स और डिमांड है, और उन्हें कैसे सेटिस्फाई किया जा सकता है?
मार्केट रिसर्च आपके टार्गेट ऑडियंस के पिन प्वाइंट को समझता है ताकि आप उनके expectations के अकॉर्डिंग वैल्यू प्रोवाइड कर सके और अपने प्रोडक्ट या सर्विस को सक्सेसफुली मार्केट में लॉन्च कर सके।
और इसे जानने के लिए …… से गुजरना पड़ता है जो है, मार्केट रिसर्च के टाइप्स।
इन्हें भी जानें-
- डिजिटल मार्केटिंग क्या है कैसे करें? | What is Digital Marketing in Hindi (2023)
- मोबाइल मार्केटिंग क्या है और कैसे करें? पूरी जानकारी (What is Mobile Marketing in Hindi)
- Social Media Marketing Kya Hai और कैसे करें? पूरी जानकारी
- डिजिटल मार्केटिंग कोर्स क्या है? – फीस, सैलरी, कितने महीने| Digital Marketing Course in Hindi
- ऑनलाइन मार्केटिंग क्या है और कैसे करें? | Online/ Internet or e-Marketing in Hindi
- लोकल बिजनेस की ऑनलाइन मार्केटिंग कैसे करें? | Local Small Business Digital Marketing Tips Ideas
मार्केट रिसर्च कितने प्रकार के होते है ? (Types of Market Research)
Generally मार्केट रिसर्च दो टाइप्स के होते है। पहला Primary Research और दूसरा Secondary Research.

Primary research
प्राइमरी रीसर्च का मतलब है की आप अपने ऑडियंस या फिर कस्टमर्स को समझने के लिए खुद डाटा कलेक्ट करते है। यानी की आप अपने मार्केट और ऑडियंड को समझने के लिए उनके साथ डायरेक्टली इंटरैक्ट होते हैं।
Secondary research
जब आप सेकेंडरी रीसर्च करते है, तब आप एक्सिस्टिंग डाटा और इनफॉर्मेशन को अनालायज करते है जो पहले से ही अवेलेब है। जैसे की आर्टिकल, बुक्स, रिपोर्ट्स और डेटाबेस।
अपने कंपटीटर को कैसे जाने? (How To Identify the Competitor)
देखो दोस्त अगर आप एक entrepreneur है और खुद के start-up idea पर काम कर रहे है तो, दो ही चीजे हो सकती है, पहला हो सकता है आप जिस आइडिया पर काम कर रहे है, वो पहले से ही मार्केट में existing हो या फिर दूसरा हो सकता है की आपका आइडिया मार्केट में unique हो नया हो।
अब इन दो अलग अलग सिचुएशन में आप एक जैसे market research तो नही कर सकते ना। इसलिए मार्केट में कूदने से पहले यदि आपका आइडिया पहले से मौजूद है तो अपने कंपटीटर को जानना और यदि आइडिया यूनिक है तो अपने मार्केट और अपने ऑडियन्स को जानना बेहद जरूरी है। जिसमे मार्केट रिसर्च आपकी हेल्प करेगा और मार्केट रिसर्च कैसे करे ये हमने नीचे डिटेल में एक्सप्लेन किया है।
अपने आइडिया का मार्केट रिसर्च कैसे करे? (How to do Market Research for Your Idea)
अगर आपका आइडिया मार्केट में ऑलरेडी मौजूद है तो इसका मतलब है की आपके कंपीटीटर भी मार्केट में पहले से ही मौजूद है और अपने कंपीटीटर को बिना जाने आपका मार्केट में ग्रो करना काफी मुश्किल होगा। ऐसे में सेकेंड्री रीसर्च आपके लिए वैल्युएबल साबित होगा।
इससे आप अपने कंप्टीटर्स, मार्केट ट्रेंड, कस्टमर के पसंद – नापासंस आपके प्रोडक्ट की प्राइसिंग क्या होगी ? आपकों पता लगेगा। इसके अलावा आप ये जान पाएंगे कि आपके कंपीटीटर कैसे काम कर रहे है और आपको किस तरह से अपने प्रॉडक्ट या सर्विस को उनसे अलग करना हैं।
इसके थ्रू आप ये जान सकते है की –
1. कौन से कंपीटीटर्स ज्यादा फेमस है और उनकी strengths और weakness क्या है?
2. मार्केट में क्या ट्रेंडिग है? कस्टमर क्या पसंद कर रहे है? कैसे वो उनसे अट्रैक्ट हो रहे है।
3. आपके प्रोडक्ट या सर्विस का प्राइस यानी की उसका दाम क्या होगा? आप कैसे अपने प्रोडक्ट को प्रमोट करेगे, उनका कैसे प्रचार प्रसार करेंगे?
और ऐसी इंफॉर्मेशन आपको अपने कंपीटीटर से कंप्टीट करने में काफी हेल्प करती है। जिससे आप अपने स्टार्टअप और अपने प्रोडक्ट को मार्केट में एक स्टैंड दे सकते है।
देखिए मेरे भाई अगर आप अभी इस भ्रम में है की मार्केट रिसर्च कोई एक या दो दिन का काम है तो आप पूरी तरह से गलत है। क्योंकि मार्केट रिसर्च के लिए परंपरा, प्रतिष्ठा और अनुशासन तीनो की की जरूरत होती है। 😅
अभी आपने समझा की सेकेंड्री मार्केट रीसर्च क्या होता है? और कैसे ये आपको ग्रो करने में मदद करता है। लेकिन क्या आप ये जानते है की सेकेंड्री मार्केट रीसर्च कैसे करते हैं?
सेकेंडरी मार्केट रीसर्च कैसे करे? (How To do Secondary Market Research in Hindi)
नीचे मैंने सेकेंड्री रीसर्च करने के कुछ 5 स्टेप्स बताए है जिन्हे फॉलो कर के आप अपने टारगेट ऑडियंस और अपने मार्केट को आसानी से समझ सकते हैं।
1. Define Your Research Objective:
मार्केट रिसर्च में सबसे पहले तो आपको ये क्लियर होना चाहिए की आपको किस स्पेसिफिक इनफॉर्मेशन का डाटा कलेक्ट करना है? यानी की आप क्या जानना चाहते हैं।
2. Identify Relevant Sources:
अब आपको एक जगह या प्लेटफार्म ढूंढना है जहा से आपको आपके मार्केट रिसर्च के लिए सही और वैल्युएबल इनफॉर्मेशन मिल सके। यानी आप को डिसाइड करना होगा कि कौन से सोर्स आपके रिसर्च के लिए सबसे रिलेवेंट है और उनमें से किस सोर्स से आप एक्यूरेट और यूज़फुल इंफॉर्मेशन जुटा सकते हैं।
जैसे की अगर आप मार्केट ट्रेंड्स जानना चाहते हैं तो आपको इंडस्ट्री रिपोर्ट और रिसर्च फॉर्म्स के सोर्सेस की जररूत होगी।
और अगर आप कस्टमर की पसंद और ना पसंद को समझना चाहते हैं तो मार्केट सर्वे और ऑनलाइन आर्टिकल्स हेल्पफुल होंगे ऐसे ही आपको अपनी रिसर्च की जररूत के हिसाब से सही सोर्स को जानना होगा।
मैंने आपके इस रिसर्च को और Easy करने के लिए कुछ सोर्स बताए है जिसे आप नीचे पढ़ सकते है। इसके अलावा वो सोर्सेस आपको कहा मिलेंगे मैने ये भी बताया है।
- Industry Reports: इंडस्ट्री रिपोर्ट में आप किसी इंडस्ट्री के ट्रेंड्स, मार्केट साइज, किसी कंपनी का ग्रोथ प्रोजेक्शन के बारे में डिटेल्ड और रिलैबल इनफॉर्मेशन को जुटाते है जो यूजुअली research firms, consulting firms, aur industry associations के द्वार पब्लिश किए जाते है।
Exa: Statista, IBISWorld, MarketResearch.com.
- Market Surveys: Google Forms, SurveyMonkey, aur QuestionPro जैसे टूल्स से आप सर्वे क्रिएट कर सकते है। या फिर पहले से मौजूद सर्वे के रिजल्ट को स्टडी कर सकते है।
- Academic Papers: academic papers आपको किसी भी स्पेसिफिक टॉपिक के बारे में इन डेप्थ रीसर्च और एनालिसिस देते है।
Exa : JSTOR, Google Scholar, और IEEE Xplore
- Online Articles: अपने इंडस्ट्री के अकॉर्डिग आप किसी Reputable websites और industry-specific blogs पर रिलीवेंट आर्टिकल पढ़ सकते है। आनलाईन ब्लॉग और आर्टिकल आपको करेंट ट्रेंड्स, केस स्टडी, और इनसाइट प्रोवाइड करते है।
- Competitor Websites or apps : आप अपने कंपटीटर के ऐप्स या फिर उनके वेबसाइट को विजिट कर सकते है। और उनके मार्केटिंग स्ट्रेटजी को स्टडी कर सकते है। उनके products, services और pricing ke बारे में भी जानकारियां ले सकते है।
- Government Websites: Government वेबसाइट्स भी आपके रिसर्च में काफी हेल्प करती है ये आपको economic data, demographics, industry regulations, और policies के बारे में सही और रिलायबल इनफॉर्मेशन देती है। जैसे की कुछ वेबसाइट्स है –
Ministry of Commerce and Industry, Census Bureau और industry-specific regulatory authorities.
3. Collect & Analyze Data:
अगर आपने सेकेंड्री रीसर्च के दो स्टेप्स को समझ चुके है तो congratulation, क्योंकि अब आप अपने मार्केट को समझने के काफी करीब है।
मार्केट रिसर्च में आपका तीसरा स्टेप होता है की आपने जिस किस भी सोर्स की आइडेंटिफाई किया है उनसे डाटा को कलेक्ट करना और उसे एनालाइज करना।
लेकिन इसमें एक चीज का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, की आप जो डाटा कलेक्ट कर रहे है क्या वो ऑथेंटिक और रिलायबल है। मींस की, क्या वो डाटा और इनफॉर्मेशन सही है।
सेकेंड्री रीसर्च करने के लिए आपको रिलायबल और रेपुटबल सोर्स को जानना होगा, जहां से आप एक्यूरेट इनफॉरमेशन कलेक्ट कर सकते हैं यह सोर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन, गवर्नमेंट एजेंसीज, रिसर्च फॉर्म्स, एकेडमिक इंस्टीट्यूशन और इस्टैबलिश्ड न्यूज़ आउटलेट्स हो सकते हैं।
“डाटा को कलेक्ट कैसे करते है और उसे एनालाइज कैसे करते है? ये जानने के लिए आप हमारा ये ब्लॉग आर्टिकल पढ़ सकते है।”
4. Summarise Findings:
इस स्टेप में आप अपने रिसर्च में कलेक्ट की हुई सारी इन्फॉर्मेशन को माइनर तरीके से प्रेजेंट करते हैं। जिससे की आपके रिसर्च का मेंन प्वाइंट और ऑब्जेक्टिव क्या है ये क्लियर हो जाए।
For example अगर अपने खुद का मोबाईल ऐप लांच करने के लिए मार्केट रिसर्च किया है। जिसमें अपने अपने कस्टमर प्रेफरेंस और कंपीटीटर एनालिसिस किया है तो आप अपने सर्च रिजल्ट में ये समराइज कर सकते हैं कि उस स्पेसिफिक ऐप में किस तरह के फीचर कस्टमर पसंद करते हैं और आपके कौन से कंपीटीटर्स सक्सेसफुल है और उस ऐप में क्या gap है जो कस्टमर्स चाहते है। किस तरह आप अपने ऐप्स को उनसे अलग बना सकते है।
5. Use Insights for Decision Making:
इस स्टेप में आपने रिसर्च से जो इंफॉर्मेशन कलेक्ट किया है उसे आप अपने बिजनेस के डिसीजन लेने के प्रोसेस में इस्तेमाल कर सकते हैं यानी कि आपकी वह सारी जानकारी जो अपने रिसर्च से प्राप्त की है वह आपके बिजनेस स्ट्रेटजी, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, मार्केटिंग प्लान और भी अदर डिसीजन के लिए यूज कर सकते है।
यूनिक आइडिया का मार्केट रिसर्च कैसे करे? (How to do Market Research for a Unique Idea)
लेकिन अब आपके पास एक यूनीक आइडिया है जो मार्केट में अभी एक्जिस्ट नहीं करता। आइडिया को इवेलुएट करने और ये जानने के लिए की ये कितना ग्रो कर सकता है और ये मार्केट में लोगो के लिए कितना वैल्युएबल हो सकता है। इसके लिए आपको मार्केट रिसर्च का दूसरा टाइप यूस करना होगा। नीचे मैने आपको बताया है, कि आप इस सिचुएशन में कैसे मार्केट रिसर्च कर सकते हैं।
Apne unique idea ka market research kaise kare ? –
1. Define Your Idea:
सबसे पहले आप अपने यूनिक आइडिया को डिटेल में समझे की आपके प्रोडक्ट के क्या फीचर है, वो लोगो के लिए कितना और कैसे वैल्युएबल है, उसके बेनिफिट्स क्या – क्या है? इन सारी चीजों को अच्छा से जाने।
2. Identify Your Target Audience:
अब आप अपने कस्टमर को समझे कि आप अपने प्रोडक्ट या सर्विस किस बेचना चाहते हैं यानी की आपके पोटेंशियल कस्टमर्स कौन कौन से है? वो कितने लोग हो सकते है? उनकी पसंद – नापासंद और जरूरतों को समझने।
3. Conduct Industry Analysis:
अब अपने आइडिया से रिलेटेड इंडस्ट्री को एनालाइज करे, देखे की आपके आइडिया से रिलेटेड कोई similar चीज तो नही है, अगर है तो उस इंडस्ट्री क्या ट्रेंड है और कैसी ग्रोथ है?
उनके सक्सेज और फेलियर के बारे में जानकारियां ले।
4. Analyse Market Gap:
देखे की आपका आइडिया मार्केट में एक Gap फील कर रहा है या नहीं क्या कुछ ऐसा यूनिक है जो आप का प्रोडक्ट दे रहा है जो अभी मार्केट में अवेलेबल नहीं है।
5. Competitive Landscape:
Secondary research se pata lagayein ki koi similar concept ya product hai ya nahi. Agar hai toh unke successes aur failures ko study karein.
6. Customer Feedback:
अपने आइडिया को कुछ ट्रस्टेड लोगो या फिर पोटेंशियल कस्टमर को दिखाए और उनके फीडबैक ले। और उनके रिएक्शन, सजेशन से अपने प्रोडक्ट को और इंप्रूव करे।
7. Potential Demand:.
मार्केट में आपके आइडिया की क्या प्रोबेबिलिटी है, यानी की आपके प्रोडक्ट की डिमांड मार्केट में किस लेवल की हो सकती है, ये किस तरह से ग्रो हो सकता है, और कौन से हिस्से में ज्यादा हो सकती है। ये जानना इंपॉर्टेंट है।
8. Financial Feasibility:
ये भी जानना जरूरी है, की आपके आइडिया को एक्जिक्यूट करने में कितने इन्वेस्टमेट की जरूरत होगी, कितने टाइम तक प्रॉफिट आना शुरू होगा, किस तरह से रेवेन्यू जेनरेट होगा।
9. Prototype Testing (If Applicable):
अगर पॉसिबल हो सकता है तो आप अपने प्रोडक्ट का प्रोटोटाइप बनाए और रियल यूजर्स से उनका फीडबैक ले।
10. Continuous Research:
मार्केट रिसर्च हमेशा चलते रहने वाला प्रॉसेस है, इसीलिए रेगुलरली मार्केट और इंडस्ट्री ट्रेंड्स को देखे ताकि आप अपने आइडिया को और ग्रो कर सके।
प्राइमरी रिसर्च का यूज कहाँ और कैसे करते है ? (Where do You Use Primary Research)
- प्राइमरी रिसर्च का यूज आप उस वक्त करते है, जब आप मौजूद डाटा से और ज्यादा इनफॉर्मेशन पाना चाहते है।
- अगर आपका आइडिया यूनिक है और अभी तक मार्केट में एक्सिक्स्ट नही करता तो आप न्यू आइडिया टेस्टिंग के लिए प्राइमरी रिसर्च का यूज कर सकते है।
- अपने टारगेट ऑडियंस के नीड्स, प्रिफरेंस को जानने के लिए प्राइमरी रिसर्च का यूज कर सकते है।
- अपने प्रोडक्ट की प्रोटोटाइप टेस्टिंग के लिए, प्राइमरी रिसर्च आपको रियल टाइम यूजर फीडबैक देगा।
- इसे आप एक्यूरेट और स्पेसिफिक इनसाइट collect करने के लिए कर सकते है।
प्राइमरी मार्केट रिसर्च कैसे करते हैं? ( How to do Primary market research in Hindi )
प्राइमरी मार्केट रिसर्च करने के लिए आपको अपने टारगेट ऑडियंस से इनफॉर्मेशन कलेक्ट करनी होती है। जिसके लिए आप कुछ तरीके अपनाते है जैसे, surveys, interviews, observations, focus groups etc.
अब अपने चुने गए तरीको के अनुसार ही आगे के स्टेप फॉलो करते है। जैसे अगर आप सर्वे का इस्तेमाल कर रहे है तो आपको पहले सवालों को तैयार करना होता है। इंटरव्यू के लिए पार्टिसिपेंट्स को कॉन्टेक्ट करना होता है।
उम्मीद है मैं इस आर्टिकल से आपकी मदद कर पाऊंगा अगर आपको किसी स्पेसिफिक टॉपिक या कॉन्सेप्ट के लिए कोई क्वेश्चन है या आपको किसी और तरह की मदद चाहिए, तो बिना किसी हिचक के हमसे Instagram पर पूछ सकते हैं।
Sochokuchnaya आपकी हर तरह से मदद करता है।
इन्हें भी जानें-
- कंप्यूटर क्या है? – इसकी विशेषताएँ, महत्व, प्रकार, उपयोगिता | What is Computer in Hindi
- कोडिंग क्या है और कैसे सीखें ? (What is Coding in Hindi)
- CMS क्या है और कैसे काम करता है,CMS फुल फॉर्म (What is CMS in Hindi)
- गूगल ड्राइव क्या है और कैसे यूज करें? Google Drive in Hindi
- HTML क्या है अर्थ समझाइए | Explained in Hindi [PDF]
- QR CODE- जानिए क्या, कब, क्यों, कैसे.. WHAT IS QR CODE IN HINDI
मार्केट रिसर्च से संबंधित कुछ सवाल जवाब
नीचे हमने आपको मार्केट रिसर्च से पूछे जाने वाले सामान्य सवालों का उत्तर दिया है-
Focus group kya hota hai?
फोकस ग्रुप प्राइमरी मार्केट रिसर्च का एक टेक्निक है जिसमे कुछ सलेक्टेड पार्टिसिपेंट्स होते है। जो एक स्पेसिफिक टॉपिक या इशू के बारे में डिस्कस करने के लिए बुलाए जाते है। फोकस ग्रुप का उपयोग किसी स्पेसिफिक टॉपिक, प्रोडक्ट, सर्विस या कॉन्सेप्ट के फीडबैक जानने के लिए होता है।