ब्लॉगिंग से जुडी गलत बातें (मिथ) | BLOGGING MYTHS IN HINDI

लोगों के मन में हरेक चीज को लेकर एक अच्छा नजरिया होता है और दूसरी तरफ उसी चीज को लेकर एक शक का नजरिया भी होता है।
ब्लॉगिंग भी कुछ अलग नहीं है… 
 
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 These Myths Will Eat Your Creativity

 

 
एक तरफ तो लोगों के मन में इसे लेकर काफी excitement रहती हैं वहीं इसके बारे में लोगों में व्याप्त कई ऐसे गलत धारनाएँ, जिनका वासत्व में कोई आधार ही नहीं हैं, इसे लेकर लोगों के जोश को कुछ हद तक ठंडा कर देती हैं। आज ऐसी ही कुछ लोकप्रिय धारणाओं पर चर्चा करते हैं…
 
 


ब्लॉगिंग की कमियाँ | BLOGGING DISADVANTAGES AND MYTHS IN HINDI

 

 

 

1. ब्लॉगिंग का भविष्य खत्म हो रहा है (BLOGGING IS DYING):

 
ब्लॉगिंग के बारे में सबसे बड़ा myth यही है कि यह जल्द ही खत्म होने वाला है। जहाँ तक मेरा ख्याल है ऐसा कुछ होना संभवतया अगले 20 सालों तक मुश्किल हैं।
 
यूट्यूब, पॉडकास्टिंग जैसे कई अन्य कंटेन्ट फॉर्मैट आने के बारे ऐसा लगना बहुत स्वाभाविक है कि ब्लॉग्स से लोगों की रुचि कम हो रही है। हालांकि आज भी ऐसे लोग बड़ी संख्या में हैं जिन्हें देखने या सुनने से अधिक लिखा हुआ कंटेन्ट पढ़ना भाता है।
 
कुछ तरह के ब्लॉग्स के लिए यह बात सच हो सकती हैं जिनमें Travel Blogs, Food Blogs शामिल हैं क्योंकि इन चीजों को लोग पढ़ने से ज्यादा देखना पसंद कर रहे हैं। 
 
 

2. अगर आप अच्छा नहीं लिखते तो ब्लॉगिंग आपके लिए नहीं है (Blogging is merely for “Good Writers”):

 
4 साल पहले मैंने जब ब्लॉगिंग शुरू की थी तो मेरा लेखन शैली कुछ खास नहीं था। आज भी जब मैं अपने पुराने लिखे हुए लेखों को देखता हूँ तो काफी हसी आती हैं।
 
ब्लॉगिंग करने के साथ ही साथ आपका लेखन स्टाइल मजेदार, शानदार और जानदार होता जाता है और आपकी लेखन के क्षेत्र में आपकी रचनात्मकता में एक शानदार निखार आता है।
 
इसलिए अगर आप सोचते हैं कि आप अच्छा नहीं लिखते तो सोचना छोड़िए क्योंकि उससे कुछ नहीं मिलने वाला। ब्लॉग बनाइये और काम पे लग जाइए… GOOD LUCK!
 
 

3. ब्लॉग में सफल होने के लिए हर रोज लिखना पड़ता है (DAILY BLOG UPDATION IS MUST TO SUCCEED):

 
दुनिया का सबसे बड़ा SEO Expert जिन्हें माना जाता है उनका नाम है- Brian Dean, backlinko.com उनका ब्लॉग है।
 
आपके हिसाब से 10 साल पुराने उनके ब्लॉग में कितने के करीब पोस्ट्स होंगे?
 
दो हजार?
हजार?
पाँच सो तो होंगे ही..?
 
 
70 के करीब पोस्ट हैं उनके 10 सालों में और उनका ब्लॉग SEO की दुनिया के सबसे नामी ब्लॉग्स में से एक है।
 
इसलिए अब आप यह खुद ही निर्णय कीजिए कि क्या myth है और क्या ट्रुथ।
 
 
 
 
 

 

4. जल्दी-सक्सेस पानी है तो ब्लॉगिंग आपके लिए नहीं है (BLOGGING IS NOT INSTANT SUCCESS):

 
कुछ चीजें होती हैं जो एक वक्त के लिए सही होती हैं लेकिन बदलते वक्त के साथ उनकी वैल्यू भी बदल जाती है ब्लॉगिंग भी कुछ ऐसा ही है।
 
“ब्लॉगिंग में इन्स्टेन्ट सक्सेस नहीं मिल सकती!” अगर ये बात आपको किसी ने 5 साल पहले कही होती तो बिल्कुल सच होती, मगर आज यह महज एक मिथ है।
 
पहले गूगल बड़ी साइटों को ज्यादा प्राथमिकता देता था मगर अब वह उस कंटेन्ट को ज्यादा प्यार देता है जिसे लोग प्यार देते हैं। तो अगर आपके लिखे हुए को लोग बड़ी मात्रा में पसंद करते हैं तो इन्स्टेन्ट सक्सेस संभव है ब्लॉगिंग में।
 
NOTE: सामान्यतया ब्लॉगिंग में बहुत टाइम लगता है! keep that in mind.
 
 

5. बहुत समय चाहिए होगा? (YOU NEED ENOUGH TIME): 

 
एक आर्टिकल को लिखने में आधा घंटा भी लग सकता है और एक हफ्ता भी। बात क्वालिटी की है।
 
अगर आपके पास काफी टाइम है तो आप अपने कंटेन्ट को काफी in-depth बना सकते हैं और अगर आप मुश्किल से ही वक्त निकाल पाते हैं तो शुरुआत में आप छोटे-छोटे कंटेन्ट से शुरू कर सकते हैं। 
 
“आपके पास उतना ही टाइम होता है जितना आप सोचते हैं कि आपके पास है”
 

 

 

ℹ️  AUTHORS’ ANGLE: 

 बस करना शुरू कर दीजिए.. सोचना सिर्फ तब है जब आप रुक जाते हैं और आपको मालूम नहीं पड़ता कि आगे क्या करना है. Good Luck… All the very best!

 

तो दोस्तों यही था “ब्लॉगिंग फैक्ट्स/Blogging Facts In Hindi” पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे। 

 

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Navin Rangar

Sometimes I code; sometimes i write about it.

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