कई बार होता है कि हमारी ब्लॉग पोस्ट को गूगल में crawl होने में कुछ delay हो जाता है और हमें traffic के अच्छे-खासे amount से हाथ धोना पडता है।
साल 2018 खत्म होने को था। मेरे दिमाग में idea आया क्यों ना इस बार New Year Resolutions पे एक आर्टिकल लिखा जाए। मैंने आर्टिकल लिखा और 31 दिसम्बर की शाम को उसे publish कर दिया। इस
तरह मुझे लगा कि लोग बड़ी संख्या में "New Year Resolution in Hindi" सर्च करेंगे और मेरी पोस्ट पर गूगल से अच्छा instant traffic आ जाएगा।
लेकिन मैं गलत था। उस दिन मेरे ब्लॉग पर गूगल से एक भी visitor नहीं आया। कारण?
कारण था- "गूगल में मेरी पोस्ट का ना Index होना।"
यानि मेरी पोस्ट गूगल के database में थी ही नहीं। और जब गूगल के पास आपकी पोस्ट के बारे में कोई जानकारी मौजूद न हो तो फिर पोस्ट के रैंक होने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता।
गूगल typically पोस्टों को अपने आप ही Index करने के लिए कुछ समय लेता है। कुछ मिनटों, कुछ घंटों, कुछ दिनों से लेकर यह समय कई बार कुछ महीनों का भी हो सकता है।
इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी पोस्ट को crawl करवाने के लिए गूगल के bots का wait करने के बजाय खुद ही गूगल को अपनी नई पोस्ट के बारे में बताएँ। ताकि हम जल्दी से गूगल में रैंक कर सकें और हमें बहुत सारे organic traffic से हाथ न धोना पड़े।
इस पोस्ट में हमने यही बताया है कि कैसे आप अपनी पोस्ट को जल्दी से गूगल में index यानि submit कर सकते हैं-
ब्लॉग पोस्ट को जल्दी से गूगल में इंडेक्स करवाने के तरीके/How to Index Crawl Blog Post in Search Engines in Hindi- Methods & Techniques
1). क्रौलिंग क्या होती है? ( What is Website Crawling):
आम भाषा में Crawling का मतलब होता है- रेंगना। सर्च इंजन्स के मामले में भी क्रौलिंग कुछ इसी तरह की होती है।
सर्च इंजन (जैसे- गूगल) इंटरनेट पर किसी नई वेबसाइट या फिर पोस्ट का पता लगाने के लिए कुछ programming codes का सहारा लेता है जिन्हें हम Bot, Crawler या फिर Spider बोलते हैं।
![]() |
Source- Web.deb |
गूगल के ये bots इंटरनेट पर घूमते (रेंगते) रहते हैं और जैसे ही इन्हें कोई नई साइट या फिर कोई नई पोस्ट दिखाई देती है ये उसके बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा करते हैं और उसे गूगल के server में स्टोर कर देते हैं।
इंटरनेट पर किसी नई जानकारी, पोस्ट या वेबसाइट को bots द्वारा गूगल डेटाबेस में स्टोर करने की प्रक्रिया को हम Crawling कहते हैं।
- YT Watch- गूगल कैसे काम करता है?
* सर्च इंजन क्रौलिंग कैसे करते है? (How do Search Engines Crawl Sites):
जब भी इंटरनेट पर कोई नई वेबसाइट बनती है या फिर कोई नई पोस्ट publish होती है तो अक्सर लोग उसका लिंक Social Media या फिर किसी दूसरी पॉपुलर साइट पर share करते हैं।
अब क्योंकि जिस साइट पर नई वेबसाइट या फिर नई पोस्ट का लिंक share किया हुआ होता है वह गूगल के database में पहले से ही मौजूद होती है यानि गूगल के पास पहले से ही उसके बारे में जानकारी मौजूद होती है। तो गूगलबोट्स उसमें shared link के द्वारा नई वेबसाइट तक पहुँच जाते हैं और उसको crawl करके गूगल के database में डाल देते हैं।
इस तरह से साइट गूगल में दिखना शुरू हो जाती है।
* सर्च इंजन क्रौलिंग रेट (Crawling Rate) क्या होता है?
गूगल के crawlers या bots दिन में कई बार हमारी साइट पर crawling करने आते रहते हैं और अगर कोई update हमारी साइट पर होता है तो वे उसे गूगल को बताया देते हैं।
गूगल के bots दिन में जितनी बार किसी साइट पर crawling करने आते हैं उसे उस साइट का Crawl Rate कहते हैं। अक्सर जितनी पॉपुलर कोई साइट होती है उतना ही ज्यादा उसका crawl rate होता है।
2). इन्डेक्सिंग क्या होती है और यह कैसे काम करती है? (What is Index & How is it done):
आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है गूगल के पास अपने सर्वरों में 30 Trillion वेब पेजेस की information stored है, जो 10 करोड़ GB से भी ज्यादा का memory space घेरती हैं।
अब अगर कोई व्यक्ति गूगल पे कुछ सर्च करता है (मान लीजिए वह "SEO in Hindi" सर्च करता है)। तो क्या गूगल सारे 30 ट्रिलियन (1 पद्म) पेजेस में जाकर results को ढूंढेगा? बिल्कुल नहीं!
क्योंकि अगर गूगल इस तरह से काम करता तो उसे trillion (million times million) of webpages को स्कैन करने में काफी लंबा समय लग जाता और हमें अपने सवाल का जवाब 1 second के अंदर-अंदर न मिल पाता।
गूगल के बोट्स एक तरह की informations को एक जगह में store करते हैं। जैसे- SEO से रिलेटेड सारे webpages एक ही memory space में स्टोरड़ होंगे। इससे जब भी कोई query सर्च की जाती है तो गूगल के बोट्स आसानी से results शो करा पाते हैं क्योंकि इस केस में उन्हें बहुत ही कम webpages को स्कैन करना पड़ता है।
इन्डेक्सिंग एक ऐसा process है जिसमें सर्च इंजनस webpages को analyse करते हैं और एक जैसे वेबपेजेस को एक साथ रखते हैं ताकि लोगों को जल्दी से वो जानकारी दी जा सके जिसे वे पाना चाहते हैं।
3. पोस्ट को गूगल में जल्दी इंडेक्स कराने के तरीके (Techniques/Methods To Index Your Site Fast in Google):
वैसे तो गूगल कुछ वक्त में अपने आप ही किसी वेबसाइट को crawl करने लगता है मगर कई बार होता है कि इसमें कुछ दिक्कत आ जाती है या फिर हमें instantly किसी पोस्ट को गूगल में submit करने की जरूरत पड जाती है (जिसका जिक्र हमने इस आर्टिकल की शुरुआत में किया था)।
ऐसी situation में कुछ Quick Indexing Techniques हैं जो हमारे काम को आसान बनाने में काम आ सकती हैं। पेश हैं ऐसी ही कुछ गूगल इन्डेक्सिंग में काम आने वाली तकनीकें-
1. गूगल सर्च कंसोल में साइटमैप डालिए (Submit Sitemap into Search Console)-
गूगल सर्च कंसोल (जिसे पहले Google Webmaster Tool कहा जाता था) में जब हम अपनी साइट का Sitemap सबमिट करते हैं तो हमारी वेबसाइट की नई पोस्टें अपने आप ही गूगल में index होने लगती हैं।
इसके अलावा हम बिंग और याहू जैसे सर्च इंजनों के Search Console में भी अपनी साइट का sitemap submit करके अपनी साइट की posts को automatically गूगल में रैंक करवा सकते हैं।
- Read-
वेबसाइट को Google Search Console (GSC) में कैसे सबमिट करें?
2. सर्च कंसोल के यूआरएल इन्स्पेक्शन टूल का प्रयोग कीजिए (Use GSC URL Inspection Tool)-
URL Inspection Tool गूगल सर्च कॉनसॉल का एक function है जिसके द्वारा आसानी से पता लगा सकते हैं कि कोई URL गूगल में indexed है या नहीं। इसके अलावा अगर आप किसी URL को गूगल में instantly index करवाना चाहते हैं तो इसकी मदद से आप वो भी बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं। कैसे? चलिए जानते हैं-
- सबसे पहले अपने GSC Dashboard पर जाइए।
- वहाँ पर जाकर Top Left Side में दी हुई 3 parallel lines के icon को क्लिक करके वो वेबसाइट select कीजिए जिसके webpage का URL आप index करवाना चाहते हैं। (ध्यान रहे इसके लिए आपकी वेबसाइट पहले GSC verified होनी चाहिए)
- इसके बाद आपको सबसे टॉप पर दिए खाली space में दिए हुए URL Inspection Tool में अपना URL डाल देना है और Enter press कर देना है।
- इसके करीब 30 second के बाद आपके सामने कुछ इस तरह का page खुल जाता है।
- ये URL Google पर पहले से ही मौजूद है इसलिए यहाँ पर "URL is on Google" दिखा रहा है। लेकिन अगर आपका URL गूगल में पहले से ही मौजूद नहीं है तो आपके केस में ऐसा नहीं दिखाई देगा।
- इसके बाद आपको center right side पे दिए हुए ऑप्शन "Request Indexing" पे क्लिक कर देना है।
- इसके करीब एक मिनट बाद आपको स्क्रीन पे कुछ इस तरह का text message दिखेगा।
- आपको इसे "Got it" कर देना है। और इस तरह से आपकी indexing request गूगल तक पहुँच जाती है।
- इसके कुछ देर बाद गूगल पर जाकर चेक कीजिए आपकी पोस्ट रैंक हो चुकी होगी। अगर नहीं हुई हो तो दोबारा इसी process को कीजिए।
* कोई पोस्ट गूगल में indexed है या नहीं कैसे check करें?
अपनी website की सारी इंडेक्सड पोस्टों को check करने के लिए आप किसी भी सर्च इंजन में site:yoursite.com लिखकर सर्च कर सकते हैं। (ध्यान रहे yoursite.com की जगह आपको अपनी साइट का नाम लिखना है)
मेरी साइट का नाम Sochokuchnaya.com है तो मै पर site:sochokuchnaya.com सर्च कर लेता है। और इस तरह से एक सेकंड के अंदर-अंदर मेरी साइट की सारी google indexed posts गूगल में शो हो जाती हैं-
अगर आपको किसी एक खास पोस्ट का पता लगाना है कि वह गूगल में indexed है या नहीं तो आप सिम्प्ली site:yoursite.com के आगे स्पेस लगाकर उस पोस्ट का main keyword लिख सकते हैं। इस तरह से अगर वह पोस्ट indexed होगी तो आपको दिख जाएगी।
3. सर्च इंजन पिंग टूल्स का प्रयोग कीजिए (Use Search Engine Ping Tools)-
इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी websites हैं जिनकी मदद से आप अपने webpages को गूगल और दूसरे छोटे-बड़े हर तरह के search engines में index करवा सकते हैं। पेश हैं ऐसे ही कुछ टूल्स-
1. गूगलपिंग (Google Ping)
2. पिंगलर (Pingler)
3. फ़ीडबर्नर पिंग (Feedburner Ping)
इन Ping Tools में आप अपनी वेबसाइट की details डाल कर आसानी से अपनी पूरी साइट या उसके किसी खास webpage को सैकड़ों search engines में इंडेक्स करवा सकते हैं। इनके इस्तेमाल से आपकी वेबसाइट उन सर्च इंजनों में भी रैंक हो जाएगी जिनका आपको नाम भी नहीं सुना होगा। 😁
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4. इन्टर्नल लिंकिंग करें (Do Internal Linking)-
गूगल लिंकों के माध्यम से नए webpages को ढूंढता है। अगर उसे किसी नए wepage का link मिलता है तो इस बात की काफी संभावना होती है कि वह उसे अपने index में शामिल कर ले।
गूगल को हमारे webpages का लिंक मिल जाए इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी नई पोस्ट का लिंक पुरानी पोस्टों में दें यानि उन्हें internally link करें। इससे हमारी नई पोस्ट गूगल में जल्दी से show होने लगती है और साथ ही साथ अच्छी position पर भी रैंक करने लगती है।
* बैकलिंक्स बनाएँ-
इसके अलावा अगर संभव हो तो अपने नए पेज के backlinks बनाने का प्रयास करें। इससे आपकी पोस्ट गूगल में index तो होगी ही। साथ ही साथ इसकी rankings में जबरदस्त उछाल आएगा।
5. सोशल साइट्स पर शेयर करें (Share Posts on SocialWeb)-
गूगल और अन्य सर्च इंजन सोशल मीडिया पर share किये गए नए webpages को जल्दी से crawl कर पाते हैं क्योंकि उनके crawlers/bots इन साइटों पर लगातार घूमते रहते हैं। इसलिए अपनी पोस्ट को जल्दी से गूगल में रैंक करने के लिए यह जरूरी है कि हम उसे सोशल मीडिया साइट्स पर share करें।
मैं personally अपनी हर नई पोस्ट को पब्लिश करने के तुरंत बाद उसे इन Social Websites और Online Platforms पर शेयर करता हूँ जिससे वह जल्दी से index हो जाती है और इससे उसकी रैंकिंग पर भी positive effect पड़ता है-
1. फेसबूक पेज (Facebook Page) - Social Media Site
2. ट्विटर (Twitter)- Social Media Site
3. लिंक्डइन (Linkedin)- Professional Media Site
4. पिन्टरेस्ट (Pinterest)- Photo Sharing Website
5. रेडिट (Redit)- Online Community
6. मिक्स (Mix)- Social Bookmarking Site (मिक्स का पुराना नाम StumbleUpon था)
7. इन्डी ब्लॉग हब (Indibloghub)- Indian Blog Directory
8. इंड़ीब्लॉगर (Indiblogger)- Indian Blog Directory
9. कोरा (Quora)- Question Answer Platform
3. लिंक्डइन (Linkedin)- Professional Media Site
4. पिन्टरेस्ट (Pinterest)- Photo Sharing Website
5. रेडिट (Redit)- Online Community
6. मिक्स (Mix)- Social Bookmarking Site (मिक्स का पुराना नाम StumbleUpon था)
7. इन्डी ब्लॉग हब (Indibloghub)- Indian Blog Directory
8. इंड़ीब्लॉगर (Indiblogger)- Indian Blog Directory
9. कोरा (Quora)- Question Answer Platform
अगर आप इन तरीकों का use करते हैं तो आपकी पोस्ट 3 मिनट के अंदर-अंदर गूगल में index हो जाती है और कुछ ही दिनों में उस पर traffic आना शुरू हो जाता है।
🎈 CURIOUSITY CORNER:
1. कई बार गूगल में नई पोस्ट show नहीं होती है तो क्या करें? (Google Indexing Problem)
कई बार होता है कि हम ब्लॉग पर पोस्ट तो डाल देते हैं मगर काफी वक्त बीत जाने के बाद और हमारी लाख कोशिशें करने के बाद भी वह पोस्ट गूगल में index नहीं हो पाती है। अगर आपके साथ भी यही problem हो रही है तो आप ये तरीके अपना सकते हैं-
1. गूगल सर्च कॉनसोल के Url Inspection Tool की मदद से अपना URL index करवाइए।
2. अगर इससे भी बात न बनें तो अपने ब्लॉग पोस्ट के custom robots tags और robots.txt file चेक कीजिए। अगर उनमें noindex option को tick किया गया है तो उसे untick कर दीजिए।
3. इसके अलावा अपनी पोस्ट को social media पर शेयर कीजिए। उसके quality links बनाइये। इससे कुछ ही समय में आपकी पोस्ट index हो जाएगी।
ℹ️ AUTHORS' ANGLE:
अगर हमारी पोस्ट गूगल में index ही नहीं हुई है तो उसके rank होने का तो सवाल ही नहीं उठता। और अगर हमारी पोस्ट रैंक ही नहीं हुई है तो गूगल से हमें organic traffic मिलने का भी सवाल नहीं उठता है। इसलिए यह जरूरी है कि हमारी पोस्ट गूगल में indexed हो ताकि गूगल उसे लोगों को show करा सके और लोग हमारी वेबसाइट पर आ सकें।
तो दोस्तों यही था "गूगल सर्च इंजन इन्डेक्सिंग/Google Search Engine Indexing in Hindi" पर हमारी आज की पोस्ट। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें comment के माध्यम से जरूर बताएं और आपका कोई सवाल हो तो उसे भी जरूर पूछें। हमसे facebook पर जुड़ें ताकि आपको नई post की update मिलती रहे। (2303 Total Words)
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10 Comments
Amazing, आपने पूरी रिसर्च के साथ लिखा है जो भी इसे पूरा पढ़ ले fast indexing का issue फिर उसे दुबारा नहीं आएगा
ReplyDeleteआभार!!
Deleteशानदार जानकारी दे आपने। क्या आप मेरा ब्लॉग https://www.bizpitaara.com/ देख बता सकते हैं क्या कमी है और क्या करना चाहिए। ब्लॉगर ही सही है या वर्डप्रेस। कौन से थीम ठीक है। warm regards thanks
ReplyDeleteरोहतास जी मैंने आपका ब्लॉग देखा। यह काफी अच्छा है। ये कुछ सुधार हैं तो आप अपने ब्लॉग पर कर सकते हैं-
Delete1. आप अपने ब्लॉग पर एक ज्यादा attractive theme लगा सकते हैं। वैसे आपकी current theme काफी अच्छी है लेकिन ये थोड़ी elegant नहीं है।
2. आप अपने ब्लॉग का SEO (On Page & Off page दोनों को) और बेहतर कर सकते हैं।
3. आप अपने niche की दूसरी साइटों पर guest post कर सकते हैं जिससे आपके ब्लॉग पर ट्राफिक और backlinks दोनों आएंगे।
4. आपका writing style अच्छा है लेकिन मैंने नोटिस किया है कि आप लिखते थोड़ा कम हैं। रेगुलरली लिखिए अच्छा लिखिए।
>> वैसे आप अभी जिस blogging platform का इस्तेमाल कर रहे हैं उसी पे ब्लॉगिंग करते रहें। ईमानदारी से कहूँ तो प्लेटफॉर्म से कोई ज्यादा फरक नहीं पड़ता है मगर कंटेन्ट से पड़ता है। इसलिए platform तभी बदले जब आपकी साइट पर काफी अच्छा traffic हो आपको technological upgrade करने की जरूरत पड़े।
Thanks for reaching out. keep learning :)
good
ReplyDeletethanks
Deleteबहुत ही अच्छा लेख है आपका
ReplyDeleteधन्यवाद @विज्ञान विश्व
DeleteThanks information is good
ReplyDeleteसर मैं एक ब्लागर हूं कुछ दिनों से गूगल इंडेक्सिंग में दिक्कत आ रही है एक पोस्ट के टाइटल के साथ दूसरी पोस्ट का टाइटल गूगल में शो हो रहा है। क्या आप मेरे ब्लॉग को चेक करके बता सकते हैं कि क्या किया जाए जिससे गूगल में आ परेशानी ठीक हो सके मेरा ब्लॉग है। https://gharkavaidh1.blogspot.com
ReplyDeleteआपके कमेंट के लिए शुक्रिया. हम आपको जल्दी-से-जल्दी जवाब देने की कोशिश करेंगे!